Hindenburg Research New Update For Indian

Hindenburg Research New Update For Indian

Hindenburg Research New Update आपको बता दे की हिंडेनबुर्ग रिसर्च एक यूनाइटेड स्टेट्स की अमेरिका की शार्ट सेलर फार्म है।

एक बार फिर से अमेरिका की हिंडेनबुर्ग रिसर्च चर्चा का विषय बना हुआ है क्योकि हिंडेनबुर्ग रिसर्च द्वारा अपने ट्विटर के माध्यम से एक पोस्ट किया है

Hindenburg Research New Update
Hindenburg Research New Update

उस पोस्ट को देखकर यूजर काफी ज्यादा चिंतित है और इस पोस्ट पर अभी तक 2 मिलियन लोगो ने इस पोस्ट का उत्तर हिंडेनबुर्ग रिसर्च से माँगा

लेकिन हिंडेनबुर्ग रिसर्च के पास इसका कोई अभी तक उतर नहीं है जिससे की हिंडेनबुर्ग रिसर्च अपने किये गए पोस्ट पर कमेंट किये गए यूजर को इस पोस्ट का मतलब बता सके।

Hindenburg Research
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हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर 10 अगस्त 2024 को शाम को 5:34 मिनट पर एक पोस्ट किया और इस पोस्ट में लिखा की ” Something big soon India ” तभी से सोशल मीडिया पर यूजर इस पोस्ट को लेकर काफी ज्यादा परेशान है।

इस पोस्ट में हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने लिखा है की इंडिया कुछ बड़ा करने वाला है पर क्या इंडिया करने वाला है ये हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने अभी तक अपने यूजर को इस पोस्ट का जवाब नहीं दिया है।

भारत में हो रही है हिंडेनबुर्ग रिसर्च को बैन करने की मांग

भारत के युवा हिंडेनबुर्ग रिसर्च को लेकर काफी ज्यादा चिंतित है और भारत के युवा हिंडेनबुर्ग रिसर्च को भारत में बैन करने की मांग कर रहे है Hindenburg Research New Update

और सोशल मीडिया पर #banhindenburg का ट्रेंड चला रहे है और हिंडेनबुर्ग रिसर्च को ट्रोल भी कर रहे है।

हिंडेनबुर्ग रिसर्च के फाउंडर का बयान

Hindenburg Research New Update हिंडेनबुर्ग रिसर्च के फाउंडर का नाम Nate Anderson है और जुलाई 2024 में नाटे एंडरसन ने हिंडेनबुर्ग रिसर्च एक छोटी सी फार्म खोली और अपना कारोबार शुरू किया।

हिंडेनबुर्ग रिसर्च के एक पोस्ट ने कैसे किया था अडानी का 86 बिलियन का नुकसान

हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने एक पोस्ट किया था जो जनवरी में पिछले साल किया गया था और इस पोस्ट की वजह से अडानी गका 86 बिलियन डॉलर का नुकसान कर दिया था।

हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने एक पोस्ट किया था और उस पोस्ट की वजह से शेयर मार्किट के यूजर अपने शेयर अडानी ग्रुप के शेयर को यूजर समझ नहीं पाए और भारतीय शेयर मार्किट के यूजर को घाटा हुआ और अडानी को करीब 86 बिलियन डॉलर का नुकसान भी हुआ।

हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के कारोबार के ऊपर एक रिपोर्ट जारी किया था और हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने अपनी उस रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर कई आरोप लगाए थे Hindenburg Research New Update

उस रिपोर्ट में हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने लिखा था की गौतम अडानी के शेयरों के भाव में कुछ गड बड़ी करने के आरोप लगाए थे और हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने गलत तरीके से पैसा कमाने का आरोप भी लगाया था।

और उस समय गौतम अडानी काफी ज्यादा परेशानियों में घिर गए थे करीब डेढ़ साल के बाद भी अडानी समूह अभी तक हिंडेनबुर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को गलत साबित नहीं कर पाए थे

जिससे की गौतम अडानी के शेयर काफी ज्यादा निचे गिर गए और और समय गौतम अडानी को करीब 86 बिलियन का नुकसान उठाना पड़ा Hindenburg Research New Update

और इसके साथ ही शेयर मार्किट के पैसा लगाने वाले यूजर को भी काफी ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा।

हिंडेनबुर्ग रिसर्च के द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सुप्रीम कोर्ट ने गौतम अडानी पर लगाए गए सभी आरोप को ख़ारिज कर दिया

जब सुप्रीम कोर्ट का बयान आया तब गौतम अडानी ने बताया की हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने जान बूझकर गौतम अडानी को निशाना बनाया था और इस रिपोर्ट करने के पीछे हिंडेनबुर्ग रिसर्च का अपना निजी स्वार्थ छिपा था।

गौतम अडानी ने ये भी बताया की ये आरोप न की मेरे ऊपर लगा था बल्कि इस आरोप से शेयर मार्किट के यूजर और भारत की अर्थव्यस्था पर भी हमला किया गया था

हिंडेनबुर्ग रिसर्च के एक पोस्ट में शेयर मार्किट में मचा बवाल

Hindenburg Research New Update जब से हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने अपने ट्विटर पर पोस्ट करने से शेयर मार्किट में भूचाल सा आ गया है शेयर मार्किट में शेयर खरीदने वाले यूजर का कहना है की जब तक इसका सही से पता नहीं चल पता

तब तक गौतम अडानी से शेयर खरीदने से घटा लग सकता है क्योकि अभी तक हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने इसका सही मतलब अपने सोशल मीडिया के माध्यम से इस पोस्ट का मतलब नहीं बताया है।

एक यूजर ने यह भी लिखा की जब तब हिंडेनबुर्ग रिसर्च की तरफ से इस पोस्ट का जवाब नहीं आ जाता तब तक शेयर खरीदना गलत होगा

इसके साथ ही एक यूजर ने यह भी लिखा की पिछले साल हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने एक पोस्ट करने से गौतम अडानी को 86 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था

एक यूजर ने लिखा की अब पता नहीं किसका नंबर है हिंडेनबुर्ग रिसर्च जल्द ही इसका जवाब दे अन्यथा भारत में हिंडेनबुर्ग रिसर्च को बैन करने का ट्रेंड चलाकर हिंडेनबुर्ग रिसर्च को हमेशा के लिए बंद कर दिया जायेगा।

Hindenburg Research New Update अभी तक हिंडेनबुर्ग रिसर्च की ओर से इसका सही जवाब नहीं मिला है जैसे ही इस पोस्ट का सही जवाब हिंडेनबुर्ग रिसर्च की तरफ से आता है तो सबसे पहले आपको साँझा करने का काम किया जायेगा।

SEBI Chair Person Madhabi Puri Buch

Madhabi Puri Buch
Madhabi Puri Buch

Hindenburg Research New Update सेबी चेयरपर्सन माधाबी पूरी बूच ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से हिंडेनबुर्ग रिसर्च द्वारा 10 अगस्त 2024 को जो पोस्ट किया गया था उस पोस्ट का जवाब माधाबी पूरी बूच ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से दिया है

माधाबी पूरी बूच ने बताया की हिंडेनबुर्ग रिसर्च द्वारा किये गए पोस्ट पर कोई सच्चाई नहीं है मै इस पोस्ट की कड़ी नींदा करती हु

इस पोस्ट का मतलब किसी के शेयर प्राइस को निचे गिराना नहीं है शेयर मार्किट में निवेश करने वाले लोगो से अनुरोध है की इस हिंडेनबुर्ग रिसर्च द्वारा किये गए पोस्ट को अनदेखा करे और शेयर मार्किट में पहले जैसा अपना काम करे।

हिंडेनबुर्ग रिसर्च के पोस्ट पर हरीश सोल्वे का बयान

Hindenburg Research New Update NDTV न्यूज़ चैनल पर अभी हाल ही में हरीश सोल्वे ने हिंडेनबुर्ग रिसर्च पर अपना बयान दिया और हरीश सोल्वे ने कहा की

मै हिंडेनबुर्ग रिसर्च के इस पोस्ट की कड़ी नींदा करता हु और मै भारत सरकार से अनुरोध करता हु की जल्द से जल्द हिंडेनबुर्ग रिसर्च पर एक कड़ा एक्शन लिया जाये

ताकि आगे से हिंडेनबुर्ग रिसर्च द्वारा आगे से भारत के ऊपर कोई भी पोस्ट न करे , हरीश सोल्वे ने कहा की हिंडेनबुर्ग रिसर्च अमेरिका में भी बदनाम है और वहा पर हिंडेनबुर्ग रिसर्च को जल्द से जल्द बंद कर दिया जायेगा

हरीश सोल्वे ने कहा की मै आज इस NDTV न्यूज़ चैनल के माध्यम से कहता हु की भारत में भी हिंडेनबुर्ग रिसर्च को जल्द से जल्द बैन कर दिया जाये Hindenburg Research New Update

क्योकि हिंडेनबुर्ग रिसर्च भारत के ऊपर कोई भी पोस्ट करता है तो भारत की शेयर मार्किट पर गहरा प्रभाव पड़ता है और आपने देखा होगा की पिछले साल 2023 में हिंडेनबुर्ग रिसर्च ने एक पोस्ट किया था

और उस पोस्ट के वजह से गौतम अडानी के शेयर काफी ज्यादा निचे गिर गए और गौतम अडानी को काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा था और उस से भारत की अर्थव्यस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा था।

और इसके साथ ही हरीश सोल्वे ने बताया की हिंडेनबुर्ग रिसर्च , भारत की तरक्की से जलता है और हिंडेनबुर्ग रिसर्च नहीं चाहता है की भारत मजबूत देश बने Hindenburg Research New Update .

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